शुक्र ग्रह खराब हो तो उजड़ जाता है शादीशुदा जीवन, संतानोत्पत्ति में भी होती
सौरमंडल के ग्रह
सौरमंडल के सभी ग्रहों का हमारे ऊपर क्या प्रभाव पड़ता है, यह हम ज्योतिष शास्त्र की मदद से जान सकते हैं। ना केवल हमारे ऊपर, वरन् आसपास के पशु-पक्षी एवं बेजान वस्तुओं पर भी इन ग्रहों का असर होता है।
सौरमंडल के ग्रह
विभिन्न ग्रहों की कैसी स्थिति में हमें क्या लाभ मिलता है, हमें कौन सा ग्रह कैसा नुकसान दे सकता है एवं किन ग्रहों का हमारे जीवन में खास योगदान है ऐसी हर प्रकार की जानकारी हम ज्योतिष शास्त्र के माध्यम से पा सकते हैं।
सौरमंडल के ग्रह
ज्योतिष शास्त्र एवं इसमें दर्ज ग्रहों की विभिन्न जानकारियों में से आज हम आपके सामने एक विषय पेश करने जा रहे हैं। जिसमें हम यह बताएंगे कि हमारे स्वास्थ्य के सही होने या बिगड़ने के लिए ग्रहों की कैसी स्थिति जिम्मेदार है।
सौरमंडल के ग्रह
एस्ट्रोलॉजी की मानें तो प्रत्येक जातक की कुंडली इस बात का निर्धारण करती है कि कौन सा ग्रह उसे बीमार करने में जिम्मेदार है या फिर उसे स्वस्थ एवं जवान बनाए रखने के लिए सहयोगी है। किंतु कुछ ग्रह ऐसे भी हैं जो यदि बिगड़ जाएं तो आसानी से जातक को बीमार कर सकते हैं।
शुक्र ग्रह
इन्हीं में से एक है शुक्र ग्रह। ज्योतिषियों से मिली जानकारी के अनुसार शुक्र हमारे जीवन में स्त्री, वाहन और धन सुख को प्रभावित करता है। एस्ट्रोलॉजी की राय में यह एक स्त्री ग्रह है, किंतु यह ग्रह पुरुष के लिए स्त्री है और स्त्री के लिए पुरुष ग्रह माना गया ह
शुक्र ग्रह
हिन्दू धर्म में लक्ष्मी, काली और गुरु शुक्राचार्य को शुक्र ग्रह से संबंधित माना जाता है। इसलिए यह आम देखा गया है कि इस ग्रह के बिगड़ने पर लोग मां लक्ष्मी से संबंधित उपाय जरूर करते हैं।
शुक्र ग्रह खराब
लेकिन यहां उपाय बताने से पहले हम यह बताने जा रहे हैं कि आखिरकार शुक्र ग्रह खराब कैसे होता है। यह कारण हमारी कुंडली से लेकर हमारे रोजाना के कार्यों से भी जुड़े हैं। इसके बाद हम चर्चा करेंगे कि शुक्र के खराब होने से हम कैसी बीमारी का शिकार हो सकते हैं।
कुंडली के भाव
शुरुआत करते हैं कुंडली के भावों से, जो शुक्र ग्रह को खराब करने के लिए जिम्मेदार हों। किसी व्यक्ति की कुंडली में एक ही भाव में यदि शुक्र के साथ राहु आकर बैठ जाए, तो शुक्र ग्रह का अच्छा प्रभाव खत्म होने लगता है। ऐसे में वह व्यक्ति स्त्री तथा दौलत से वंचित होने लगता है।
कुंडली के भाव
दूसरा सबसे बड़ा कारण है कुंडली में शनि ग्रह का बुरा होना, जो सीधा-सीधा शुक्र ग्रह को भी प्रभावित करता है। यदि यह ग्रह उम्मीद से अधिक बुरे कार्य करने लगे तो शुक्र अपना अच्छा प्रभाव छोड़कर व्यक्ति को बर्बाद करने पर आ जाता है।
कुंडली के भाव
इसके अलावा शनि की एक स्थिति शुक्र को प्रभावित करती है। जिसके अनुसार यदि शनि मंदा अर्थात नीच का हो तब भी शुक्र का बुरा असर होता है। यह योग प्रेम संबंधों को गहरा आघात पहुंचाता है।
घर की दिशा
अब बात करते हैं आपके घर की, जो आपके शुक्र ग्रह को खराब करने का अगला बड़ा कारण है। यदि किसी के घर की दक्षिण-पूर्व दिशा दूषित हो या यह दिशा वास्तु शास्त्र की दृष्टि से गलत बनी हो, तो शुक्र ग्रह खराब फल देने लगता है।
घर की दिशा
लेकिन दिशाएं सही हों तब भी यह ग्रह खराब हो सकता है, जिसका कारण है घर में साफ-सफाई का ना होना। शुक्र ग्रह स्वच्छता को महत्व देता है, फिर वह चाहे घर की हो, आसपास की या स्वयं की शारीरिक स्वच्छता।
घर की दिशा
घर का बेडरूम और किचन खराब होने से भी शुक्र खराब हो जाता है। अगर घर बनवाते समय घर में काले, कत्थई रंगों की अधिक इस्तेमाल किया जाए, तो शुक्र मंदा फल देने लगता है। ऐसा घर धीरे-धीरे आर्थिक मंदी का भी शिकार हो जाता है।
व्यक्ति का स्वभाव
व्यक्ति का स्वभाव भी शुक्र के खराब होने की निशानी होता है। यदि कोई अपने परिवार वालों से अच्छा बर्ताव ना करे, घर में कलह बनी रहे तो शुक्र खराब होने लगता है। ऐसे घर में मां लक्ष्मी वास नहीं करती।
पराई स्त्री से संबंध
किसी व्यक्ति का पराई स्त्री से संबंध बनाना, उसके साथ यौन संबंध स्थापित करना भी शुक्र को खराब करता है।
एक और कारण
अंत में एक ऐसा कारण जो सुनने में भले ही छोटा लगे लेकिन यह विशेष रूप से हर एक व्यक्ति के शुक्र ग्रह को खराब करता है। ज्योतिषियों के अनुसार शारीरिक रूप से गंदे बने रहना, गंदे-फटे कपड़े पहनने से शुक्र तेजी से मंदा हो जाता है।
साफ-सफाई का पूरा ख्याल रखें
इसके विपरीत जो लोग अपनी साफ-सफाई का पूरा ख्याल रखते हैं, उनका शुक्र काफी मजबूत होता है। ऐसे लोग धन, प्रेम एवं सुख को प्राप्त करते हैं।
शुक्र ग्रह से मिलने वाली बीमारी
क्रम में आगे बढ़ते हुए हमारी अगली चर्चा का विषय है ‘शुक्र ग्रह के खराब होने से मिलने वाली बीमारी’। किसी व्यक्ति के शुक्र का खराब होने सबसे पहले उसे धन और प्रेम से दूर कर देता है, किंतु इसके बाद वह उसके स्वास्थ्य पर भी अटैक करता है।
शुक्र ग्रह से मिलने वाली बीमारी
यदि किसी का शुक्र खराब है तो उसे शरीर में गाल, ठुड्डी और नसों की तकलीफ महसूस होने लगती है। यदि लंबे तक इन शारीरिक अंगों में परेशानी लगे तो यह शुक्र ग्रह के खराब होने की निशानी होती है।
शुक्र ग्रह से मिलने वाली बीमारी
यदि किसी पुरुष की कुंडली में शुक्र खराब हो तो यह उसके लिए बहुत बुरा होता है। एस्ट्रोलॉजी के हिसाब से पुरुष की कुंडली का खराब शुक्र उसे नपुंसक बना सकता है, लेकिन यह तभी जब यह ग्रह बुरी तरह से नष्ट हो जाए।
शुक्र ग्रह से मिलने वाली बीमारी
लेकिन इसका पुरुष की कुंडली में थोड़ा भी खराब होना बुरा प्रभाव देता ही है। इससे उसके वीर्य में कमी आती है, यह ग्रह अपनी खराब स्थिति में उस पुरुष को यौन रोग भी दे सकता है। इसके अलावा शुक्र का बुरा होना धीरे-धीरे व्यक्ति में कामेच्छा को समाप्त कर देता है।
शुक्र ग्रह से मिलने वाली बीमारी
शुक्र ग्रह के खराब होने से लगातार अंगूठे में दर्द रहने लगता है। इसका बुरा प्रभाव और बढ़ जाने से अंगूठा बेकार भी हो जाता है।
शुक्र ग्रह से मिलने वाली बीमारी
शुक्र के खराब होने से शरीर में त्वचा संबंधी रोग उत्पन्न होने लगते हैं। इसके अलावा अंतड़ियों के रोग, गुर्दे का दर्द, पांव में तकलीफ आदि शुक्र ग्रह के खराब होने की ही निशानी है।
उपाय
अब बात करते हैं कुछ सामान्य उपायों की जो शुक्र ग्रह को मजबूती देकर उसे सही करते हैं। सबसे पहले शुक्र ग्रह से पीड़ित व्यक्ति अपने स्वास्थ्य का पूरा ध्यान रखे। शुक्र ग्रह के मंत्र का नियमित जाप करे और मां लक्ष्मी की भी आराधना करे। किंतु यदि यह ग्रह बहुत ज्यादा नुकसान दे रहा हो तो किसी ज्योतिषी से संपर्क करें, सटीक गणना कर ही उपाय करना सहायक होगा।