राहुकाल क्या करें क्या न करें राहु काल क्या करें क्या न करें ज्योतिषशास्त्र में राहु को नैसर्गिक पाप ग्रह माना गया है। पाप ग्रह होने के कारण यह अशुभ फल प्रदान करता है इसमें कोई संदेह नहीं है। शुभ कार्यो में विघ्न और बाधा डालना तो इनका अपना स्वभाव है। अत: शास्त्रानुसार राहु काल में किसी भी शुभ कार्य की शुरूआत नहीं करनी चाहिए। सभी ग्रह नियत गति तथा समय से आकाशीय पिंड में भ्रमण करते हैं। ज्योतिषशास्त्रानुसार हर दिन का एक भाग राहु काल होता है। सप्ताह के सातों दिन इसका अलग अलग समय होता है। monday -7.30. to 9 am thusday -3:00 to 4:30 p.m wednesday -12 to 1.30 p.m thursday – 1:00 to 3:00 pm friday -10:30 to 12:00 am saturday -9:30 to 11 am sunday -4:00 to 6 p.m राहु काल में क्या नहीं करना चाहिए राहु काल ( Rahu Kaal) में शुरु किया गया कोई भी शुभ कार्य बिना बाधा के पूरा नहीं होता है। राहु काल ( Rahu Kaal) में कोई भी शुभ कार्य आरम्भ नहीं करना चाहिए। इस काल में खरीदी-बिक्री करने से प्रायः हानि ही होती है। इस अवधि में शुभ ग्रहों के लिए यज्ञ या उनसे सम्बन्धित कार्य करने में राहु बाधक होता है। इस कारण कार्य सम्पन्न नहीं हो पाता। किसी महत्त्वपूर्ण कार्य के लिए राहुकाल ( Rahu Kaal) में घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए। यदि आप कही घूमने के लिए दूर (Long drive) जा रहे है तो राहु काल में यात्रा प्रारम्भ मत कीजिये। यदि आप किसी कार्य विशेष के लिए राहुकाल ( Rahu Kaal) के शुरू होने से पहले ही निकल चुके हैं तो राहुकाल के समय अपनी यात्रा या कार्य नहीं रोकना चाहिए। राहु काल ( Rahu Kaal) में कभी भी या भूलकर भी वाहन, मकान, मोबाइल, कम्प्यूटर, टेलीविज़न,आभूषण या अन्य कोई भी बहुमूल्य वस्तु नहीं खरीदना चाहिए। यदि इस काल में मोबाइल इत्यादि कोई इलेक्ट्रॉनिक वस्तु खरीदते है तो जल्दी ख़राब या चोरी हो जायेगा अथवा ख़राब या खोने का हमेशा भय बना रहेगा। राहुकाल ( Rahu Kaal) में विवाह, सगाई, धार्मिक कार्य या गृह प्रवेश नहीं करना चाहिए। शेयर बाजार में भी निवेश करते समय राहु काल का अवश्य ध्यान रखना चाहिए अन्यथा नुक़सान हो सकता है। इस काल में किसी नये व्यवसाय का शुभारंभ अथवा योजना नहीं बनानी चाहिए।